- डॉ. श्रीलता सुरेश
अक्कामहादेवी (1120-1160 ई.) एक प्रमुख कर्नाटक भक्ति संत और कवयित्री थीं, जिन्हें भक्ति आंदोलन में विशेष स्थान प्राप्त है। वे वीरशैव (लिंगायत) संप्रदाय की महत्वपूर्ण नेत्री और कवयित्री थीं। उनकी कविताएँ और भजन उनके गहरे आध्यात्मिक अनुभव और ईश्वर के प्रति उनकी भक्ति को दर्शाते हैं।
जीवन की प्रमुख घटनाएँ
जन्म…
हमारे देश में प्रतिवर्ष श्रावणी पूर्णिमा के पावन अवसर को "संस्कृत दिवस" के रूप में मनाया जाता है। श्रावणी पूर्णिमा अर्थात् रक्षा बन्धन का पावन पर्व भी इसी दिन होता है और यह ऋषियों के स्मरण तथा पूजा और समर्पण का पर्व माना जाता है। वैदिक साहित्य में इसे "श्रावणी" कहा जाता था। इसी दिन…