हम भारत देश के लोग नैतिकता की,चरित्र की या अपने धार्मिक प्रेम की जितनी भी बातें कर लें लेकिन आज हम जिस स्तर पर पहुंचे हुए हैं उसमें स्वयं को उस देश का नागरिक कहने में भी शर्म आती है जिस देश के धर्म और संस्कृति से आधा जगत प्रभावित है।चीन और जापान,तिब्बत और नेपाल,बर्मा […]