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साहित्य से दूरी हमें कहाँ ले जा रही ?

हममें से शायद ही कोई हो जिसने अपनी पूर्ववर्ती पीढ़ी से यह न सुना हो कि समय बड़ा गतिशील है या समय बड़ा बलवान है आदि-आदि।अर्थात हमारे माँ-पिता ने भी यही हमसे कहा और उनके भी माता-पिता ने उनसे यही कहा होगा और ऐसे ही शायद यह क्रम चलता जा रहा है।कहने का तात्पर्य यह […]

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