कपि हनुमाना
आज विज्ञान और टेक्नोलॉजी की तरक्की के कारण इतने संसाधन विकसित हो गये हैं कि मनुष्य के आराम,मनोरंजन और रहन-सहन के ढंग में बहुत परिवर्तन आ गया है।बिजली का उत्पादन कई गुना बढ़ गया है लेकिन ह्रदय में अंधकार भी उतना ही बढ़ गया है।उत्पादन बढ़ते जा रहे हैं लेकिन मन उतने ही पीले पड़ते…