मानव स्वभावतःअंधकार से प्रकाश की ओर बढ़ता है।उसकी इसी प्रवृत्ति ने ‘तमसो मा ज्योतिर्गमय’ का गंभीर घोष किया।दीपावली को आधुनिक और स्वस्थ सन्दर्भ में मानव के इसी स्वभाव का प्रतीक कहा जा सकता है परन्तु इस सारे सन्दर्भ में एक बात जो सबसे ज्यादा चुभन देती है वह यह है कि इस हर्षोल्लासमयी दीपावली के…
आज के समय में यह कोई नई जानकारी नहीं है कि इन्टरनेट पर हिंदी का लिखने और पढ़ने में भरपूर उपयोग हो रहा है।मगर कुछ रिपोर्ट अभी हाल के समय में ऐसी आईं हैं कि जिनके आकड़े चौकाने वाले हैं।अभी तक इस क्षेत्र में अंग्रेजी का ही वर्चस्व था और ऐसे में यदि यह सुनने…
आज विज्ञान और टेक्नोलॉजी की तरक्की के कारण इतने संसाधन विकसित हो गये हैं कि मनुष्य के आराम,मनोरंजन और रहन-सहन के ढंग में बहुत परिवर्तन आ गया है।बिजली का उत्पादन कई गुना बढ़ गया है लेकिन ह्रदय में अंधकार भी उतना ही बढ़ गया है।उत्पादन बढ़ते जा रहे हैं लेकिन मन उतने ही पीले पड़ते…
आजकल हर तरफ उत्सवों का माहौल है,हम सभी नवरात्रि और दशहरा मना रहे हैं और फिर दीपावली मनाने की तैयारियां कर रहे हैं।सभी को नवरात्रि और दशहरा की हार्दिक शुभकामनाएँ।इन पर्व त्यौहारों की जो उमंग पहले हुआ करती थी,वह अब उतनी नहीं रही।आजकल इन अवसरों पर लोगों की सहभागिता कम होती जा रही है।इनका स्वरुप…