हमारे देश में प्रतिवर्ष श्रावणी पूर्णिमा के पावन अवसर को "संस्कृत दिवस" के रूप में मनाया जाता है। श्रावणी पूर्णिमा अर्थात् रक्षा बन्धन का पावन पर्व भी इसी दिन होता है और यह ऋषियों के स्मरण तथा पूजा और समर्पण का पर्व माना जाता है। वैदिक साहित्य में इसे "श्रावणी" कहा जाता था। इसी दिन…
- अजय "आवारा"
साधारणतया, किसी राष्ट्र के निर्माण की पृष्ठभूमि, संस्कृति एवं आस्था पर आधारित होती है। एक विशेष तरह की संस्कृति एवं एक विशेष आस्था के केंद्र के इर्द-गिर्द ही उस राष्ट्र की धुरी घूमती है। जो आगे चलकर उस राष्ट्र की पहचान के रूप में स्थापित होती है परंतु, यह सिद्धांत हमारे देश…