1. प्रभो! मेरा लिखा इस सृष्टि का श्रंगार बन जाए, दहकती नफरतों की आग में जलधार बन जाए, झुकाएं लेखनी के सामने खुद शीश तलवारें, जरूरत जब पड़े खुद लेखनी तलवार बन जाए। 2. रहेगी साँस जब तक मैं सदा बेबाक बोलूंगा, उजाले पर अँधेरे की चढ़ी हर पर्त खोलूंगा, भुला देगा समय निर्मम मुझे […]
Author: Chubhan Today
आम तो ख़ास है
पद्मश्री कलीमुल्लाह खान साहब के साथ कुछ पल….. आज मैं जिनसे आपको मिलवाने जा रही हूं, वे हैं मैंगो मैन के नाम से दुनिया भर में मशहूर पद्मश्री से सम्मानित कलीमुल्लाह खां साहब। ðð¾ खान साहब के साथ बातचीत के कुछ अंश। मुझे खान साहब के साथ बातचीत का अवसर तो मिला ही, साथ ही […]
सावन मास का महत्व
हमारे हर पर्व-त्यौहार का अपना अलग ही महत्व है।साल के बारह महीने के हिसाब से भी इनका अलग-अलग महात्म्य होता है।श्रावण या सावन मास का अपना एक अलग ही स्थान है।साहित्यकारों ने भी जितना इस माह के ऊपर अपनी रचनाएँ लिखीं उतनी किसी अन्य पर नहीं।इसी तरह हमारे बॉलीवुड में भी सावन और बरसात के […]
स्वर्णिम छवि
ऐसा माना जाता है, कि साहित्यकार समाज का पथ प्रदर्शक होता है। गूढ़ विषयों को सरल मानदंड लेकर आम आदमी के सामने प्रस्तुत करना, साहित्यकार के कर्तव्य में आता है। जितना उचित मंथन, उतनी ही सही दिशा समाज के लिए तय हो जाती है और जितना सटीक चिंतन, समाज की उतनी ही संतुलित मानसिकता स्थापित […]
इल्हाम (ईश्वरीय कृपा)
कवि की पहचान, कवि की कलम से- -कमल किशोर राजपूत सर्वप्रथम सुरक्षित बचपन की संक्षिप्त यात्रा: भारत की आध्यात्मिक नगरी देवास में जन्मा, पड़ोसी बुआ ने “कमल” नाम रखवाया जो बहुत काम आया, संयोग से कमल भारतीय अध्यात्मवाद का प्रतीक भी है। पंक का कमल के […]
नारी तेरे जितने रंग, होली के भी उतने रंग
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस एवं होली विशेष ✍?अपनी साँसों में मेरी, धड़कनें समाये हुए। ✍?वजूद अपना ही खुद,दाँव पे लगाये हुए॥ ✍?सँभल सँभल के क़दम,वो ज़मीं पे रखती थी। ✍?मुझ को नौ माह तक,माँ कोख में छुपाये हुए॥ -डॉ. सागर त्रिपाठी मां….उसका जीवन में क्या […]
बिखरते परिवार, लुप्त होती परंपराएं
आमतौर पर, हमें लगता है कि परिवार रिश्तो का बंधन है। परिवार रिश्तों में कर्तव्य एवं अधिकारों की व्यवस्था है। परंतु ऐसा नहीं है। वस्तुतः परिवार की नींव दो ऐसे लोगों के संबंध एवं मिलन से पड़ती है जो एक दूसरे से बिल्कुल अनजान होते हैं। तब हम किस आधार पर परिवार को रिश्तो की […]
होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति में अपार संभावनाएं
“कतरा था एक फिर भी समंदर लिखा गया , रहजन को इतिहास में रहबर लिखा गया, एकलव्य का अंगूठा सुनो काट कर यहां, अर्जुन को सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर लिखा गया।” कई बार ऐसा होता है कि किसी एक को आगे बढ़ाने के लिए हम दूसरे की जाने- अनजाने इतनी उपेक्षा कर जाते हैं कि या तो […]
शिव भक्ति पथ – लिंगायत
लिंगायत मत भारतवर्ष के प्राचीनतम सनातन हिन्दू धर्म का एक हिस्सा है। इस मत के ज्यादातर अनुयायी दक्षिण भारत में हैं। यह मत भगवान शिव की स्तुति आराधना पर आधारित है। भगवान शिव जो सत्य, सुंदर और सनातन हैं, जिनसे सृष्टि का उद्गार हुआ, जो आदि अनंत हैं। हिन्दू धर्म में त्रिदेवों का वर्णन है […]
उल्लास और सामाजिक समरसता का महापर्व:दीपावली
उल्लास और समृद्धि के महापर्व दीपावली की मेरे सभी पाठकों को हार्दिक बधाई।ईश्वर हम सबको अज्ञान से ज्ञान की ओर,अशुभ से शुभ की ओर तथा अँधेरे से प्रकाश की ओर जाने का मार्ग दिखाएँ। दीवाली ही एकमात्र ऐसा पर्व है,जो भारत में सर्वत्र मनाया जाता है।हिमालय से कन्याकुमारी और गुजरात से असम तक सैकड़ों छोटे-बड़े […]