यह कैसा संयोग है कि जब मैं बीती रात में लगभग दो बजे इसी कश्मीर की समस्या और पाक समर्थित आतंकवाद पर अपना लेख पोस्ट कर रही थी उसी के लगभग डेढ़ घंटे बाद जैसा कि वायुसेना के सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि साढ़े तीन बजे भारतीय वायुसेना ने नियंत्रण रेखा के […]
Month: February 2019
जड़ से उखड़ने का दुःख
“चुभन पॉडकास्ट” आज देश के जो भी हालात हैं और जम्मू-कश्मीर में जो भी कुछ हो रहा है उसके बारे में मैं नही सोचती कि किसी को भी कुछ बताने की ज़रूरत है।सच कहा जाए तो हर देशवासी का आज ह्रदय रो रहा है लेकिन आज के हालातों में मैं एक बात ज़रूर कहना चाहूंगी […]
साहित्य से दूरी हमें कहाँ ले जा रही ?
हममें से शायद ही कोई हो जिसने अपनी पूर्ववर्ती पीढ़ी से यह न सुना हो कि समय बड़ा गतिशील है या समय बड़ा बलवान है आदि-आदि।अर्थात हमारे माँ-पिता ने भी यही हमसे कहा और उनके भी माता-पिता ने उनसे यही कहा होगा और ऐसे ही शायद यह क्रम चलता जा रहा है।कहने का तात्पर्य यह […]
वीर जवानों को शत शत नमन
कल 14 फरवरी का मनहूस दिन शायद ही किसी हिन्दुस्तानी को कभी भी भूलना चहिये।जब जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में फिदायीन हमला हुआ।ढाई हज़ार से भी ज़्यादा हमारे जवानों का कारवां था जिस पर हमला हुआ और पाक संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इसकी ज़िम्मेदारी ली।कल शाम तक टी.वी.पर समाचार सुनते हुए इतना अंदाज़ नही लग रहा था […]
बात जो दिल को चुभ गई
आज किसी भी न्यूज़ पेपर,टी.वी.डिबेट या आम परिचर्चा में कहीं पर भी देखिये तो सबसे बड़ा मुद्दा जो मुंह उठा कर खड़ा हो जाता है वह है धर्म।मैं यहाँ कुछ ऐसा नही लिखना चाहती कि जो विवाद का विषय बनता हो लेकिन कुछ ऐसी बातें होती हैं जो सोचने को मजबूर कर देती हैं कि […]
कट्टरपंथ बनाम धर्मनिरपेक्षता
पिछले पांच-छःदिन से लखनऊ काफी साहित्यिक और कलात्मक समारोहों के कारण चहल पहल से भरा रहा।कहीं पुस्तक मेला और कहीं सनतकदा फेस्टिवल….खैर ऐसे समारोह कला,सहित्य-संगीत की दृष्टि से बहुत उपयोगी,कलाकारों को सम्मान और उनको उचित स्थान देने वाले होते हैं इसमें तो कोई शक नहीं है लेकिन कभी कभी हम साहित्य संगीत या कला की […]