हम भारत देश के लोग नैतिकता की,चरित्र की या अपने धार्मिक प्रेम की जितनी भी बातें कर लें लेकिन आज हम जिस स्तर पर पहुंचे हुए हैं उसमें स्वयं को उस देश का नागरिक कहने में भी शर्म आती है जिस देश के धर्म और संस्कृति से आधा जगत प्रभावित है।चीन और जापान,तिब्बत और नेपाल,बर्मा […]
Author: Chubhan Today
कुछ चुभते प्रश्न
चुनावी माहौल में आजकल चाहे हम न्यूज़ पेपर पढ़ें या किसी भी टी.वी.चैनल पर डिबेट देखें,बस हर तरफ आरोपों-प्रत्यारोपों का दौर चल रहा है।किसी भी तरह से चुनाव में जीत हासिल कर ली जाए बस यही मकसद है और इसे पूरा करने के लिए किसी भी हद को पार करने में कोई संकोच नही किया […]
परिवर्तन
हममें से शायद ही कोई होगा जो अपने बचपन को याद नही करता होगा।कैसा भी उम्र का वह दौर रहा हो लेकिन उसकी मिठास,उसकी ठंडक और उसमें जो छांव मिलती है वह पूरा जीवन बिता लेने के बाद भी कभी वापस नहीं आ पाती।उसका एक कारण शायद यह भी होता है कि उम्र के उस […]
संवेदनहीन होते हम
आज का युग जड़-विज्ञान का युग है।विज्ञान ने भांति-भांति के यंत्रों का आविष्कार किया है।जड़ीय सुख के लोभ में मनुष्य जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में उनका उपयोग कर रहा है।इससे समाज में अभूतपूर्व परिवर्तन हो गया है।जीवन यंत्रवत हो गया है।जितना जीवन यंत्रवत हो गया है और जड़ीय सुख बढ़ गया है,उतनी ही जड़ीय सुख […]
आस्था का प्रमाण?
आज मैं कई दिनों बाद अपने पाठकों के लिए कुछ लिख रही हूँ।इतने अन्तराल के बाद मिलने की मुझे बहुत ख़ुशी है ।मेरे इतने दिनों तक आपके साथ संवाद न कर पाने का कारण शायद आप समझ गये होंगे क्योंकि आज बिलकुल नए रूप और कलेवर में आपकी website खुली होगी।इसी प्रयास में मैं कुछ […]
होली की शुभकामनाएँ
सबसे पहले मैं सबको होली की हार्दिक शुभकामनाएँ देना चाहूंगी।वैसे देखा जाए तो बीते कुछ दिनों में जो कुछ इस देश में घटित हुआ है,हमारे इतने निर्दोष सैनिक शहीद हुए हैं और उनके परिवारों पर क्या-क्या नही बीता होगा?यह सब देखने के बाद तो जैसे सारे रंग ही फीके लगने लगे हैं और त्यौहार मनाना […]
नारी स्वतंत्रता-प्रश्नचिन्ह
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर मैंने जो लेख प्रकाशित किया था उसमें मैंने यह लिखा था कि कई ऐसे प्रश्न हैं नारी स्वतंत्रता के बारे में जो मेरे दिल में चुभन जगाते हैं।ऐसे कई सवाल मेरे दिल में हैं जिनको मैं कहना भी चाहती हूँ और उनका जवाब भी चाहती हूँ।आज के समय में ‘स्वतंत्रता’ शब्द […]
वैदिक गणित के विकास को समर्पित एक व्यक्तित्व-श्री अनूप भट्ट जी
जैसा कि मैंने अपने लेख “वेद-लौकिक और पारलौकिक ज्ञान के ग्रन्थ” में ज़िक्र किया था कि लखनऊ में वैदिक गणित के विकास के लिए अथक परिश्रम करने वाले श्री अनूप भट्ट जी से बातचीत के आधार पर मैं अपना लेख प्रकाशित करुँगी तो आज का मेरा लेख उसी बातचीत पर आधारित है।सबसे पहले मैं वैदिक […]
नई करवट लेती नारी अस्मिता
आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस है मेरे ख्याल से किसी को भी बताने की ज़रूरत ही नही है क्योंकि प्रिंट मीडिया,सोशल मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया जहाँ भी देखिये आज तरह-तरह के कार्यक्रम,सन्देश और शुभकामनाओं से भरे ऑफर हम सबको मिल जाएँगे।कल रात ही मुझे मेरी दोस्त ने बताया कि कई अस्पताल तो महिलाओं के लिए फ्री […]
वेद-लौकिक और पारलौकिक ज्ञान के ग्रन्थ
वेद संसार के पुस्तकालय में सबसे प्राचीन ग्रन्थ हैं।यह लौकिक और पारलौकिक ज्ञान के ग्रन्थ हैं।इनमें उच्चकोटि के आध्यात्मिक सिद्धांत,विद्या,कला और व्यवहार सम्बन्धी ज्ञान का समावेश है।यद्यपि यह ज्ञान संक्षिप्त और सूत्र रूप से एक-एक,दो-दो ऋचाओं में दिया गया है,जिसका आशय प्रत्येक व्यक्ति शीघ्र हृदयंगम नही कर सकता,पर उन्हीं का आधार लेकर विद्वानों ने बड़े-बड़े […]