Skip to content Skip to sidebar Skip to footer

Blog

Blog

Your blog category

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस:समापन संबोधन

नारी स्वतंत्रता-प्रश्नचिन्ह 👆कुछ 'चुभते'प्रश्नों के लिए इस लेख को पढ़ें। अजय "आवारा" जी एक और महिला दिवस (Women's Day) का समापन हो गया। प्रश्न यह है कि, क्या इस बार भी, यह दिवस मात्र एक रस्म अदायगी बनकर रह जाएगा? पिछले दिनों, अहमदाबाद की एक प्रताड़ित महिला आयशा द्वारा की गई आत्महत्या ने महिला दिवस की सार्थकता…

Read more

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस विशेष:श्रृंखला-4

https://chubhan.today/wp-content/uploads/2021/03/shashi-tiwari.mp3 International Women's Day Special:Part-4 परंपरा एवं आधुनिकता का सशक्त हस्ताक्षर-डॉ. शशि तिवारी जी आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (International Women's Day) के अवसर पर जिस शख़्सियत को 'चुभन' आमंत्रित कर रहा है, वे हैं डॉ. शशि तिवारी जी, जिनके व्यक्तित्व को शब्दों में नहीं बांधा जा सकता।हम कहाँ से लाएंगे वह अर्थ, जो उनके समकक्ष…

Read more

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस विशेष:श्रृंखला-3

महिला दिवस मनाने की सार्थकता 👆यहां क्लिक कर, इस लेख को अवश्य पढ़ें। International Women's Day महिला उत्पीड़न एवं सामाजिक चेतना-          -अजय "आवारा"जी आप सब जानते ही हैं कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (International Women's Day) के अवसर पर हम महिलाओं के लिए कुछ खास कार्यक्रम लेकर आ रहे हैं।महिलाएं हमारी आबादी का आधा…

Read more

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस विशेष:श्रृंखला 2

International Women's Day Special:part 2   मेजर जनरल ए.के. शोरी जी की पुस्तक Invisible Shades of Ramayana पर एक संवाद भाग 3 इस सप्ताह हम अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (International Women's Day) पर कुछ विशेष कार्यक्रम आपके सामने ला रहे हैं, क्योंकि हमारा उद्देश्य भी यही है कि महिलाओं से संबंधित मुद्दों या बातों को किसी एक…

Read more

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस विशेष:श्रृंखला 1

https://chubhan.today/wp-content/uploads/2021/03/रंजना-जायसवाल.mp3 International Women's Day Special:part 1 महिला अधिकारों की बुलंद आवाज़ आज महिला दिवस (Women's Day) के अवसर पर प्रसिद्ध कवयित्री और स्त्री विमर्श की लेखिका डॉ. रंजना जायसवाल जी के साथ हम पॉडकास्ट में बातचीत करेंगे और उनके द्वारा दिये गए लेख को भी अवश्य पढ़ें, जिसमें उन्होंने स्त्री विमर्श पर अपने विचार प्रस्तुत…

Read more

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस विशेष:मंथन

महिला दिवस:उपासना नहीं सम्मान दो 👆लिंक को क्लिक करें।   द्वारा:अजय "आवारा" जी International Women's Day special: Curtain Raiser आगामी ८ मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (International Women's Day) की बेला है। इस उपलक्ष में "चुभन" महिलाओं पर कार्यक्रमों की एक श्रृंखला आयोजित कर रहा है ,जहां हमें सम्मानित व्यक्तिव को जानने का अवसर मिलेगा और अवसर मिलेगा,उनके विभिन्न…

Read more

अनुभूति के कवि अजय “आवारा” जी

https://chubhan.today/wp-content/uploads/2021/02/अनुभूति-के-कवि.mp3 लोग साहित्य लिखते हैं। गीत, कविता और कहानियां लिखते हैं। पर, क्या कोई दिल की बात लिखता है? क्या आपने अपने भीतर की पुकार सुनी है? शायद हम इन सब बातों से अनजान ही रह जाते हैं। हमारी खुद की पहचान चीखती रह जाती है। चलिए आज उन आवाजों को सुनने की कोशिश करते हैं।…

Read more

मेजर जनरल ए.के. शोरी जी की पुस्तक ‘Invisible Shades of Ramayana’ पर एक संवाद (भाग-2)

आप सब जानते ही हैं कि आजकल हमने मेजर जनरल अमिल कुमार शोरी जी की पुस्तक 'Invisible Shades of Ramayana' पर एक श्रृंखलाबद्ध कार्यक्रम आरम्भ किया है, जिसका पहला भाग आप पिछले हफ्ते पढ़ चुके हैं और आज उसका दूसरा भाग हमारे पॉडकास्ट से प्रसारित किया जाएगा। शोरी जी की यह पुस्तक आदिकवि महर्षि वाल्मीकि रचित…

Read more

बहुभाषी साहित्य का संगम बिंदु – डॉ. स्वर्ण ज्योति

https://chubhan.today/wp-content/uploads/2021/02/bahubhasha-sahitya-ka-sangam-bindu.mp3 भाषा के चिंतन की सार्थकता सिर्फ संवाद मात्र से सिद्ध नहीं हो जाती। जब तक साहित्य के मंथन से भाषा मथी न जाए, तब तक भाषा का सौन्दर्य निखर कर सामने नहीं आता है। यह भारतीय साहित्य का सौभाग्य है कि भाषाओं के जितने भेद, भारत वर्ष में पाए जाते हैं, संभवतः किसी और देश…

Read more

मेजर जनरल ए.के.शोरी जी की पुस्तक ‘Invisible Shades of Ramayana’ पर एक संवाद(भाग 1)

https://chubhan.today/wp-content/uploads/2021/02/Invisible-shades-of-Ramayana.mp3 "कौन सी बात कहां,कैसे कही जाती है। यह सलीका हो तो ,हर बात सुनी जाती है।" प्रसिद्ध शायर वसीम बरेलवी जी ने इस शेर में जो बात कहनी चाही है, वह हम सभी पर कभी न कभी सटीक बैठती है, क्योंकि हममें से अधिकांश लोगों की यह समस्या होती है कि हम तो अपनी बात कहते हैं…

Read more