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रचनाकार रंजना जायसवाल जी से मुलाक़ात

" दिया क्यों जीवन का वरदान? इसमें है स्मृतियों का कंपन,सुप्त व्यथाओं का उन्मीलन, स्वप्नलोक की परियां इसमें,भूल गईं मुस्कान! दिया क्यों जीवन का वरदान? इसमें है झंझा का शैशव,अनुरंजित कलियों का वैभव, मलय पवन इसमें भर जाता, मृदु लहरों के गान! दिया क्यों जीवन का वरदान?" इन पंक्तियों की रचयिता आधुनिक हिंदी साहित्य की सबसे प्रतिभावान एवं सशक्त कवयित्रियों में से…

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युवा रचनाकार विक्रांत राजलीवाल

 "हिम्मत करे इंसान तो क्या हो नहीं सकता वह कौन सा उक़दा है जो हो नहीं सकता तदबीर अगर चाहे तो तक़दीर बदल जाए बिगड़े हुए हालात की तस्वीर बदल जाए।" सच में हिम्मत ही वह ढाल है जो हमें हर दुख,कठिनाई या बुराई से निकाल लेती है लेकिन फिर भी हममें से बहुत से लोग ऐसे हैं जो…

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वरिष्ठ रंगकर्मी प्रभात कुमार बोस जी से एक मुलाक़ात

लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती कोशिश करने वालों की हार नहीं होती। पंडित सोहनलाल द्विवेदी जी की यह पंक्तियां कितनी भावपूर्ण हैं।दिल में जज़्बा हो,जुनून हो,जोश हो तो कोई भी उपलब्धि हासिल करना असंभव नहीं है।यह बात जानते तो हम सभी हैं परंतु उसको अमल में कुछ विरले ही ला पाते हैं। आज मैं ऐसी ही…

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स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं तथा कवि अजय आवारा जी से बातचीत

मेरे सभी पाठकों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।इस बार जिस तरह से हमको यह दिवस मनाना पड़ रहा है, उसकी तो हममें से किसी ने भी कल्पना नहीं की थी परंतु यह भी हमारी देशभक्ति का ही एक सबूत होगा कि हम सरकार और स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी सारी गाइडलाइंस का पालन करते हुए…

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हम और आप-पॉडकास्ट का संक्षिप्त परिचय ( एपिसोड1)

"चुभन पॉडकास्ट" https://www.chubhantoday.com/wp-content/uploads/2020/08/Untitled-1-of-2.mp3 Podcast मैंने अपने पॉडकास्ट के इस पहले एपिसोड में उसका परिचय दिया है।मेरे बहुत सारे पाठकों/श्रोताओं ने पॉडकास्ट(Podcast) का नाम सुना ज़रूर होगा।अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम जैसे देशों में तो यह बहुत ही प्रसिद्ध है परंतु हमारे देश मे अभी इसका आरंभिक दौर है।ऐसे में मेरे बहुत से पाठक /श्रोता इससे अनजान भी हो सकते हैं।इसलिए…

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जन्मभूमि मम पुरी सुहावनि

जन्मभूमि के लिए प्रभु श्री राम का पांच सौ वर्षों का बनवास आज खत्म हो रहा है।पांच सदियों का यह संकट पांच अगस्त को दूर हो जाएगा।जैसा कि हम सभी जानते हैं कि आज श्री राम मंदिर के भूमि पूजन के लिए देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी आ रहे हैं।हालांकि कोरोना कोविड-19 की…

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भारतीय परंपरा में शिव-तत्व

हमारी भारतीय संस्कृति इतनी विशाल है कि उसका प्रत्येक कार्य चाहे उपवास हो, पूजन हो, ध्यान हो अथवा सामाजिक कार्य हो, सदैव संस्कृति से जुड़ा रहता है। हमारे देश के विभिन्न प्रान्तों में अनेक देवताओं का पूजन होता रहा है किन्तु शिव की व्यापकता ऐसी है कि वे हर स्थान पर पूजे जाते हैं और…

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युग विभूति:अमिताभ बच्चन बनाम आम आदमी

कल रात में जैसे ही बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन के कोरोना कोविड-19 से संक्रमित होने की खबर सोशल मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर आनी शुरू हुईं तो एक बार तो शायद किसी को भी विश्वास ही न हुआ हो लेकिन जब यह एहसास हुआ कि खबर सही है तो फिर मन में तमाम तरह…

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गुरु पूर्णिमा:गुरु को नमन

ॐ अज्ञानतिमिरान्धस्य ज्ञानाञ्जनशलाकया। चक्षुरुन्मीलितं येन तस्मै श्री गुरुवे नमः।। आज आषाढ़ माह की पूर्णिमा तिथि को गुरु पूर्णिमा के नाम से हम सब मना रहे हैं।इस दिन 'महाभारत' जैसे महाकाव्य के रचयिता महर्षि वेदव्यास जी की जयंती भी मनाई जाती है।वेदव्यास संस्कृत के महान ज्ञाता थे।सभी 18 पुराणों का रचयिता भी उनको माना जाता है।वेदों को विभाजित…

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सुशांत सिंह राजपूत : शांत मौत की अशांत पुकार

सुशांत सिंह राजपूत की असामयिक मौत ने सबको दुखी किया है लेकिन एक इतने जीवंत कलाकार का इस तरह शांत हो जाना हृदय को व्यथित कर देता है।सभी जानते हैं कि 14 जून को वे अपने घर के कमरे में मृत पाए गए थे,उन्होंने फांसी लगाकर अपनी जान दी। आज दस दिन बीत गए उस…

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