हम और आप-पॉडकास्ट का संक्षिप्त परिचय ( एपिसोड1)

मैंने अपने पॉडकास्ट के इस पहले एपिसोड में उसका परिचय दिया है।मेरे बहुत सारे पाठकों/श्रोताओं ने पॉडकास्ट(Podcast) का नाम सुना ज़रूर होगा।अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम जैसे देशों में तो यह बहुत ही प्रसिद्ध है परंतु हमारे देश मे अभी इसका आरंभिक दौर है।ऐसे में मेरे बहुत से पाठक /श्रोता इससे अनजान भी हो सकते हैं।इसलिए आसान…

Read More

कुछ चुभते प्रश्न

चुनावी माहौल में आजकल चाहे हम न्यूज़ पेपर पढ़ें या किसी भी टी.वी.चैनल पर डिबेट देखें,बस हर तरफ आरोपों-प्रत्यारोपों का दौर चल रहा है।किसी भी तरह से चुनाव में जीत हासिल कर ली जाए बस यही मकसद है और इसे पूरा करने के लिए किसी भी हद को पार करने में कोई संकोच नही किया…

Read More

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस विशेष:श्रृंखला 1

International Women’s Day Special:part 1 महिला अधिकारों की बुलंद आवाज़ आज महिला दिवस (Women’s Day) के अवसर पर प्रसिद्ध कवयित्री और स्त्री विमर्श की लेखिका डॉ. रंजना जायसवाल जी के साथ हम पॉडकास्ट में बातचीत करेंगे और उनके द्वारा दिये गए लेख को भी अवश्य पढ़ें, जिसमें उन्होंने स्त्री विमर्श पर अपने विचार प्रस्तुत किये…

Read More

नारी तेरे जितने रंग, होली के भी उतने रंग

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस एवं होली विशेष ✍?अपनी साँसों में मेरी, धड़कनें समाये हुए। ✍?वजूद अपना ही खुद,दाँव पे लगाये हुए॥ ✍?सँभल सँभल के क़दम,वो ज़मीं पे रखती थी। ✍?मुझ को नौ माह तक,माँ कोख में छुपाये हुए॥                       -डॉ. सागर त्रिपाठी मां….उसका जीवन में क्या…

Read More

आस्था का प्रमाण?

आज मैं कई दिनों बाद अपने पाठकों के लिए कुछ लिख रही हूँ।इतने अन्तराल के बाद मिलने की मुझे बहुत ख़ुशी है ।मेरे इतने दिनों तक आपके साथ संवाद न कर पाने का कारण शायद आप समझ गये होंगे क्योंकि आज बिलकुल नए रूप और कलेवर में आपकी website खुली होगी।इसी प्रयास में मैं कुछ…

Read More

हिंदी दिवस की शुभकामनाएँ

हिंदी हमारी राजभाषा है अतः इसका सम्मान बहुत आवश्यक है।चीनी भाषा के बाद बोली जाने वाली विश्व की दूसरी सबसे बड़ी भाषा हमारी हिंदी ही है।आज हिंदी राजभाषा,संपर्क भाषा,जनभाषा के सोपानों को पार कर विश्वभाषा बनने की ओर अग्रसर है तो वही अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सफलता प्राप्त करने के लिए अंग्रेजी भाषा का ज्ञान भी…

Read More

श्राद्ध-कर्म

आजकल पितृपक्ष या श्राद्ध चल रहे हैं। ‘श्राद्ध’ जैसा कि नाम से ही स्पष्ट हो जाता है कि श्रद्धा का भाव और लगभग सभी जानते होंगे कि इस अवसर पर हम अपने पूर्वजों के प्रति श्रद्धा का भाव व्यक्त करने के लिए तरह-तरह के उपक्रम करते हैं।आज श्राद्ध का मतलब सिर्फ भोज कराना और दिखावा…

Read More

जनसत्ता बनाम राजनीति

सारी दुनिया आशा और निराशा, तनाव और टकराव तथा आतंक एवं युद्ध के बीच झूल रही है। महाशक्तियां आणविक शस्त्रों की होड़ में सारे विश्व को दहशत के साथ जीने को मजबूर किए हुए हैं। ऐसा नहीं कि इन देशों की जनता के मन में यह दहशत न हो, बल्कि यह उनमें तो हम से…

Read More

वेद-लौकिक और पारलौकिक ज्ञान के ग्रन्थ

वेद संसार के पुस्तकालय में सबसे प्राचीन ग्रन्थ हैं।यह लौकिक और पारलौकिक ज्ञान के ग्रन्थ हैं।इनमें उच्चकोटि के आध्यात्मिक सिद्धांत,विद्या,कला और व्यवहार सम्बन्धी ज्ञान का समावेश है।यद्यपि यह ज्ञान संक्षिप्त और सूत्र रूप से एक-एक,दो-दो ऋचाओं में दिया गया है,जिसका आशय प्रत्येक व्यक्ति शीघ्र हृदयंगम नही कर सकता,पर उन्हीं का आधार लेकर विद्वानों ने बड़े-बड़े…

Read More

मां

“मां तेरी उपमा अनुपम है, अनुपमेय गरिमा है, तू है यशस्वी शाश्वत तेरी, अकथनीय महिमा है।” मां एक छोटा सा नाम, किन्तु जिसका विस्तार नभ से भी बड़ा है।मां का ममत्व किसी अविरल बहते मीठे जल की नदी से भी ज़्यादा शीतल है ।माँ, जिसके आँचल की शीतलता का मुकाबला, पछुवा की ठंडी पवन भी…

Read More

You cannot copy content of this page

error: Content is protected !!